प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) 2024 | Pradhanmantri Mudra Yojana भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है, जिसे 8 अप्रैल 2015 को माननीय प्रधानमंत्री द्वारा शुरू किया गया था। इस योजना का मुख्य उद्देश्य गैर-कॉर्पोरेट, गैर-कृषि क्षेत्र में सूक्ष्म और लघु उद्यमों (MSEs) को सस्ती दर पर ऋण प्रदान करना है। इससे छोटे उद्यमों को औपचारिक वित्तीय प्रणाली से जोड़ा जा रहा है, ताकि उन्हें वित्तीय संसाधनों तक आसान पहुंच मिल सके।
Table of Contents
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) 2024 | Pradhanmantri Mudra Yojana.
मुद्रा योजना की मुख्य विशेषताएँ.
योजना का प्रभाव और उपलब्धियाँ..
मुद्रा योजना के नियम और पात्रता..
कैसे करें आवेदन? ऑनलाइन आवेदन:
क्या है यह योजना?
मुद्रा योजना के अंतर्गत, छोटे उद्यमियों को ₹50,000 से लेकर ₹10 लाख तक का ऋण बिना किसी गारंटी के प्रदान किया जाता है। इसे तीन श्रेणियों में विभाजित किया गया है:
- शिशु ऋण: ₹50,000 तक का ऋण।
- किशोर ऋण: ₹5 लाख तक का ऋण।
- तरुण ऋण: ₹10 लाख तक का ऋण।
इस योजना का उद्देश्य छोटे व्यापारियों, हस्तशिल्पियों, विक्रेताओं और सेवा प्रदाताओं को वित्तीय सहायता प्रदान करना है
मुद्रा योजना की मुख्य विशेषताएँ
- ऋण की राशि: मुद्रा योजना के तहत ₹50,000 से ₹10 लाख तक के ऋण प्रदान किए जाते हैं। ये ऋण मैन्युफैक्चरिंग, ट्रेडिंग, सेवा क्षेत्र और कृषि से जुड़े कुछ कार्यों जैसे पोल्ट्री, डेयरी, मधुमक्खी पालन इत्यादि में उपयोग किए जा सकते हैं।
- पात्रता: कोई भी भारतीय नागरिक जिसके पास ₹10 लाख तक की राशि के लिए गैर-कृषि क्षेत्र में आय सृजन करने वाले व्यवसाय की योजना है, वह बैंकों, माइक्रोफाइनेंस संस्थाओं (MFIs) या गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (NBFCs) के माध्यम से मुद्रा ऋण के लिए आवेदन कर सकता है।
- ऋण की श्रेणियाँ:
- शिशु ऋण: ₹50,000 तक का ऋण, विशेष रूप से नए और सूक्ष्म व्यवसायों के लिए।
- किशोर ऋण: ₹50,000 से ₹5 लाख तक का ऋण, उन व्यवसायों के लिए जो विकास के चरण में हैं।
- तरुण ऋण: ₹5 लाख से ₹10 लाख तक का ऋण, उन व्यवसायों के लिए जो और अधिक विस्तार करना चाहते हैं।
- ब्याज दर: ब्याज दरें ऋण देने वाले संस्थानों द्वारा निर्धारित की जाती हैं, जो भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के दिशा-निर्देशों के तहत आती हैं।
- प्रसंस्करण शुल्क: बैंकों द्वारा कुछ शुल्क लिए जा सकते हैं, लेकिन शिशु श्रेणी के तहत ₹50,000 तक के ऋण के लिए अधिकांश बैंक इसे माफ कर देते हैं।
- सब्सिडी: मुद्रा योजना के तहत कोई सीधी सब्सिडी नहीं है, लेकिन यदि ऋण किसी सरकारी योजना से जुड़ा है जो पूंजी सब्सिडी प्रदान करती है, तो वह लाभ भी मुद्रा योजना के अंतर्गत लिया जा सकता है।
योजना की आवश्यकता
इस योजना की आवश्यकता इसलिए महसूस की गई क्योंकि छोटे और मझौले उद्योगों को बैंक ऋण प्राप्त करने में कठिनाई होती थी। मुद्रा योजना का उद्देश्य उन्हें वित्तीय सहायता प्रदान कर स्वावलंबी बनाना और रोजगार के अवसरों में वृद्धि करना है। इसके साथ ही ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में छोटे उद्यमों को मजबूत करना है
योजना का प्रभाव और उपलब्धियाँ
मुद्रा योजना शुरू होने के बाद से अब तक ₹27.75 लाख करोड़ से अधिक की राशि 47 करोड़ से अधिक छोटे और नए उद्यमियों को वितरित की जा चुकी है। इसमें 69% लाभार्थी महिलाएं हैं, जबकि 51% लाभार्थी अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग से हैं। इस योजना ने ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में रोजगार सृजन और छोटे व्यवसायों को प्रोत्साहन देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
मुद्रा 2.0 की योजना
2024 के बजट में, तरुण श्रेणी के तहत ऋण सीमा को ₹20 लाख तक बढ़ा दिया गया है। इसके अलावा, मुद्रा 2.0 में वित्तीय साक्षरता कार्यक्रम, उधारी बढ़ाने के लिए विस्तारित क्रेडिट गारंटी योजना (ECGS), और एक मजबूत निगरानी और मूल्यांकन प्रणाली (RMEF) जैसी पहलों को शामिल किया जाएगा।
मुद्रा योजना के नियम और पात्रता
- नागरिकता: आवेदक भारतीय नागरिक होना चाहिए।
- आयु सीमा: 18 वर्ष से अधिक होना चाहिए।
- लाभार्थी व्यवसाय: गैर-कॉर्पोरेट और गैर-कृषि क्षेत्रों में छोटे उद्यम होने चाहिए।
- बैंक खाता: आवेदक के पास बैंक खाता होना चाहिए।
- अर्थिक स्थिति: बैंक ऋण अदायगी के इतिहास में कोई डिफ़ॉल्ट नहीं होना चाहिए
आवश्यक दस्तावेज़
- आधार कार्ड और पैन कार्ड
- व्यवसाय और स्थायी पते का प्रमाण
- इनकम टैक्स रिटर्न
- पासपोर्ट साइज फोटो
कैसे करें आवेदन?
ऑनलाइन आवेदन:
- आधिकारिक वेबसाइट mudra.org.in पर जाएं।
- शिशु, किशोर, या तरुण श्रेणी का चयन करें।
- फॉर्म भरें और आवश्यक दस्तावेज़ संलग्न करें।
- भरे हुए फॉर्म को निकटतम बैंक में जमा करें
ऑफलाइन आवेदन:
- नजदीकी बैंक शाखा में जाएं।
- आवेदन फॉर्म प्राप्त करें और आवश्यक दस्तावेज़ जमा करें।
- बैंक से संपर्क कर प्रक्रिया को पूरा करें
ताज़ा अपडेट
2023-24 तक मुद्रा योजना के तहत 6.23 करोड़ से अधिक ऋण मंजूर किए गए हैं और कुल ₹4.56 लाख करोड़ से अधिक की राशि वितरित की गई है
FAQs
- क्या इस योजना में गारंटी देनी पड़ती है?
नहीं, यह ऋण बिना किसी गारंटी के मिलता है। - क्या यह केवल नए व्यापार के लिए है?
नहीं, यह मौजूदा और नए व्यापार दोनों के लिए उपलब्ध है। - क्या महिला उद्यमियों को कोई विशेष लाभ है?
हाँ, महिला उद्यमियों को प्राथमिकता दी जाती है और उन्हें कुछ अतिरिक्त लाभ भी दिए जाते हैं।
सारांश
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना एक क्रांतिकारी कदम है, जो छोटे व्यापारियों और स्टार्टअप्स को वित्तीय सहयोग देकर भारत की आर्थिक वृद्धि को प्रोत्साहित करती है। इस योजना के अंतर्गत विभिन्न श्रेणियों के व्यापारों को बिना गारंटी के ऋण उपलब्ध कराना और ब्याज दर को नियंत्रित रखना इसके प्रमुख लाभों में शामिल हैं। यह योजना न केवल रोजगार सृजन में मदद करती है, बल्कि आत्मनिर्भर भारत की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान भी देती है। प्रधानमंत्री मुद्रा योजना छोटे और सूक्ष्म उद्यमियों को उनके व्यवसायों को बढ़ाने के लिए आवश्यक वित्तीय समर्थन प्रदान करके सशक्त बना रही है। यह योजना आर्थिक विकास को प्रोत्साहित करने और समाज में वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।