उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा संचालित ‘विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना 2024’ (Uttar Pradesh Vishwakarma Shram Samman Yojana ) का उद्देश्य राज्य के पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को आत्मनिर्भर बनाना और उनके रोजगार के अवसरों को सुदृढ़ करना है। इस योजना के अंतर्गत उन कारीगरों को तकनीकी प्रशिक्षण और आधुनिक उपकरण प्रदान किए जाते हैं, जो परंपरागत रूप से अपने कार्यों में निपुण हैं, जैसे बढ़ई, लोहार, दर्जी, कुम्हार, सुनार, नाई, राजमिस्त्री आदि। यह योजना न केवल उनकी आय में वृद्धि करती है, बल्कि उन्हें अपने व्यवसाय को और उन्नत करने का अवसर भी देती है।
विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना (Uttar Pradesh Vishwakarma Shram Samman Yojana ) के तहत, राज्य सरकार पात्र कारीगरों को 6 दिनों का निःशुल्क प्रशिक्षण प्रदान करती है, जिसमें उन्हें अपने व्यवसाय से संबंधित आधुनिक तकनीक और कार्य कुशलता के बारे में जानकारी दी जाती है। प्रशिक्षण के बाद, उन्हें आवश्यक टूलकिट दी जाती है, जिससे वे अपने कार्य को बेहतर ढंग से कर सकें। यह योजना खास तौर पर उन कारीगरों के लिए बनाई गई है जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं और आधुनिक उपकरणों को खरीदने में असमर्थ हैं।
इस योजना का लाभ उठाने के लिए आवेदनकर्ता की उम्र कम से कम 18 वर्ष होनी चाहिए और वह उत्तर प्रदेश का स्थायी निवासी होना चाहिए। इसके साथ ही, आवेदक ने पिछले दो वर्षों में केंद्र या राज्य सरकार से किसी अन्य टूलकिट योजना का लाभ नहीं लिया होना चाहिए। योजना का मुख्य उद्देश्य पारंपरिक शिल्प को जीवित रखना और शिल्पकारों की आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाना है।
Table of Contents
Uttar Pradesh Vishwakarma Shram Samman Yojana 2024 | उत्तर प्रदेश विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना..
योजना के तहत दी जाने वाली सुविधाएं.
पात्रता मानदंड (Eligibility Criteria)
महत्वपूर्ण तिथियाँ और अधिसूचनाएँ.
योजना का प्रभाव और भविष्य की संभावनाएँ.
उत्तर प्रदेश विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना राज्य की समृद्ध शिल्पकला को प्रोत्साहित करने और शिल्पकारों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति में सुधार लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह योजना न केवल रोजगार के अवसर बढ़ाने में सहायक है, बल्कि आत्मनिर्भर भारत की दिशा में भी एक प्रभावी पहल है। सरकारी समर्थन से, शिल्पकार अपनी कला को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने और बाजार में अपनी जगह बनाने में सक्षम हो रहे हैं।
योजना के लाभार्थी
इस योजना के प्रमुख लाभार्थी वे लोग हैं जो पारंपरिक रूप से कारीगरी या हस्तशिल्प का काम करते हैं, जैसे लोहार, बढ़ई, सुनार, कुम्हार, दर्जी, आदि। इसका उद्देश्य उनकी कौशलता को बढ़ाकर उन्हें बेहतर रोजगार के अवसर प्रदान करना है।
उत्तर प्रदेश विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना 2024 के तहत श्रमिकों को विभिन्न वित्तीय लाभ प्रदान किए जाते हैं, जो उनकी आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करने और उनके व्यवसाय को उन्नत बनाने में सहायक होते हैं। साथ ही, कुछ लागतें भी हो सकती हैं, हालांकि अधिकांश लाभ निःशुल्क होते हैं।
वित्तीय लाभ
इस योजना के तहत सरकार स्वरोजगार के लिए 10,000 रुपये से 10 लाख रुपये तक की आर्थिक सहायता देगी
- निःशुल्क प्रशिक्षण:
योजना के अंतर्गत श्रमिकों को 6 दिनों का निःशुल्क तकनीकी प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है। यह प्रशिक्षण उनके पारंपरिक व्यवसाय को आधुनिक तकनीक के साथ जोड़ने में मदद करता है। प्रशिक्षण के लिए श्रमिकों को कोई शुल्क नहीं देना पड़ता है। - टूलकिट का वितरण:
प्रशिक्षण के बाद, पात्र श्रमिकों को सरकार की ओर से निःशुल्क टूलकिट प्रदान की जाती है। इस टूलकिट में उनके व्यवसाय से संबंधित आधुनिक उपकरण होते हैं, जो उन्हें अपने काम को कुशलतापूर्वक करने में मदद करते हैं। टूलकिट की लागत सरकार वहन करती है, इसलिए श्रमिकों को इस पर कोई खर्च नहीं करना पड़ता। - आत्मनिर्भरता का लाभ:
योजना का मुख्य उद्देश्य श्रमिकों को आत्मनिर्भर बनाना है, ताकि वे अपने व्यवसाय को और उन्नत कर सकें और अपनी आय में वृद्धि कर सकें। इस योजना से जुड़कर श्रमिक अपनी पारंपरिक कला और शिल्प के जरिए बेहतर आमदनी अर्जित कर सकते हैं। - व्यापार विस्तार के अवसर:
योजना के अंतर्गत प्राप्त उपकरण और प्रशिक्षण श्रमिकों को उनके व्यवसाय के विस्तार में मदद करते हैं, जिससे वे अधिक उत्पादन और बेहतर गुणवत्ता का काम कर सकते हैं। इससे उनकी वित्तीय स्थिति में सुधार आता है।
संभावित लागत
- यात्रा और अन्य निजी खर्च:
हालांकि प्रशिक्षण और टूलकिट निःशुल्क प्रदान किए जाते हैं, लेकिन श्रमिकों को प्रशिक्षण स्थल तक आने-जाने का खर्च स्वयं उठाना पड़ सकता है। अगर उन्हें प्रशिक्षण के लिए दूर जाना हो, तो उनके भोजन और आवास के खर्च भी हो सकते हैं। - व्यक्तिगत निवेश:
योजना से प्राप्त उपकरणों और प्रशिक्षण से व्यवसाय में सुधार होता है, लेकिन कभी-कभी श्रमिकों को अपने व्यवसाय के विस्तार के लिए अतिरिक्त निवेश की आवश्यकता हो सकती है, जो उनके निजी खर्च से जुड़ा हो सकता है।
संक्षेप में, उत्तर प्रदेश विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना श्रमिकों को प्रमुख वित्तीय लाभ प्रदान करती है, जिसमें प्रशिक्षण और टूलकिट मुख्य हैं, और श्रमिकों पर अधिकांश मामलों में कोई बड़ी वित्तीय लागत नहीं आती।
योजना के तहत दी जाने वाली सुविधाएं
- कौशल विकास प्रशिक्षण: सरकार कारीगरों को मुफ्त में कौशल विकास प्रशिक्षण प्रदान करेगी, जिससे वे आधुनिक तकनीकों से परिचित हो सकें।
- वित्तीय सहायता: योजना के तहत कारीगरों को अनुदान और आर्थिक सहायता दी जाएगी ताकि वे अपने व्यवसाय को बढ़ा सकें।
- आधुनिक उपकरण: विश्वकर्मा समुदाय के सदस्यों को उनके कामकाज में इस्तेमाल होने वाले आधुनिक उपकरण और मशीनरी भी प्रदान की जाएगी।
पात्रता मानदंड (Eligibility Criteria)
योजना के लिए आवेदन करने के लिए कुछ प्रमुख पात्रता मानदंड हैं:
- आवेदक उत्तर प्रदेश का स्थायी निवासी होना चाहिए।
- आवेदक का पारंपरिक कारीगरी व्यवसाय से जुड़े होना अनिवार्य है।
- आवेदक की आयु 18 से 50 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
- आधार कार्ड, निवास प्रमाण पत्र, और व्यवसाय प्रमाण पत्र जैसे दस्तावेज़ अनिवार्य हैं।
- आवेदक की न्यूनतम आयु 18 वर्ष होनी चाहिए।
- आवेदक उत्तर प्रदेश का स्थायी निवासी होना चाहिए।
- शैक्षिक योग्यता अनिवार्य नहीं है।
- पिछले 2 वर्षों में आवेदक ने केंद्र या राज्य सरकार से टूलकिट के संबंध में कोई लाभ प्राप्त नहीं किया हो।
- योजना के तहत, आवेदक या उसके परिवार का कोई सदस्य केवल एक बार ही आवेदन करने के पात्र होगा। परिवार का तात्पर्य पति और पत्नी से है।
- पात्रता मानदंडों को पूरा करने के लिए आवेदक को एक शपथ पत्र प्रस्तुत करना अनिवार्य होगा।
- इस योजना के अंतर्गत जाति एकमात्र पात्रता का आधार नहीं होगी। ऐसे व्यक्ति भी पात्र होंगे जो परंपरागत करीगरी करने वाली जातियों से भिन्न हों। ऐसे आवेदकों को परंपरागत करीगरी से जुड़े होने के प्रमाण के रूप में ग्राम प्रधान, नगर पंचायत अध्यक्ष, या नगर पालिका/नगर निगम द्वारा जारी प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना अनिवार्य होगा।
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आवेदन प्रक्रिया
योजना में आवेदन करने की प्रक्रिया सरल और पारदर्शी है। आवेदक ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों तरीकों से आवेदन कर सकते हैं।
- ऑनलाइन आवेदन: राज्य सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन पत्र भर सकते हैं।
- ऑफलाइन आवेदन: जिला उद्योग केंद्र या अन्य नामांकित कार्यालयों से आवेदन पत्र प्राप्त कर सकते हैं।
उत्तर प्रदेश विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना 2024 के तहत आवेदन करने के लिए निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होती है:
आवश्यक दस्तावेज
- आधार कार्ड:
पहचान प्रमाण के रूप में आधार कार्ड अनिवार्य है। इससे आवेदक की पहचान और पता सत्यापित किया जाएगा। - स्थायी निवास प्रमाण पत्र:
यह दस्तावेज उत्तर प्रदेश का स्थायी निवासी होने का प्रमाण देता है, जो योजना के तहत पात्रता की एक महत्वपूर्ण शर्त है। - आय प्रमाण पत्र:
आवेदक की आर्थिक स्थिति के सत्यापन के लिए आय प्रमाण पत्र की आवश्यकता होती है। इससे यह सुनिश्चित होता है कि आवेदक आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग से आता है। - जाति प्रमाण पत्र (यदि लागू हो):
यदि आवेदक किसी आरक्षित श्रेणी से संबंधित है, तो उसे जाति प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना होगा। हालांकि, योजना में जाति आधार नहीं है, लेकिन पारंपरिक कारीगरी से संबंधित जाति का प्रमाण आवश्यक हो सकता है। - बैंक खाता विवरण:
लाभ सीधे बैंक खाते में जमा किए जाते हैं, इसलिए बैंक पासबुक की कॉपी या खाता विवरण आवश्यक है। - पासपोर्ट साइज फोटो:
आवेदन पत्र के साथ पासपोर्ट साइज फोटो की आवश्यकता होती है। - पिछले दो वर्षों में टूलकिट योजना का लाभ न लेने का प्रमाण पत्र:
आवेदक को यह प्रमाणित करना होगा कि उसने पिछले दो वर्षों में किसी अन्य टूलकिट योजना का लाभ नहीं लिया है। यह एक स्वघोषणा (Self Declaration) के रूप में हो सकती है। - शिल्प कार्य का प्रमाण पत्र:
परंपरागत कारीगर होने का प्रमाण आवश्यक है, जो ग्राम प्रधान, नगर पंचायत अध्यक्ष, नगर पालिका, या नगर निगम द्वारा जारी किया गया हो। - शपथ पत्र:
आवेदक को एक शपथ पत्र जमा करना होगा, जिसमें वह योजना के पात्रता मानदंडों को पूरा करने की पुष्टि करेगा।
ये सभी दस्तावेज आवेदन प्रक्रिया के दौरान प्रस्तुत किए जाने चाहिए ताकि आवेदक की पात्रता सुनिश्चित हो सके और योजना का लाभ प्राप्त किया जा सके।
आवेदन Apply Online
उत्तर प्रदेश विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना 2024 के लिए ऑनलाइन आवेदन करने के लिए आप राज्य सरकार द्वारा संचालित आधिकारिक वेबसाइट का उपयोग कर सकते हैं। आवेदन प्रक्रिया और अन्य जानकारी के लिए नीचे दिए गए संसाधनों का उपयोग करें:
आवेदन करने के लिए आधिकारिक वेबसाइट:
- ऑनलाइन आवेदन के लिए वेबसाइट:
उत्तर प्रदेश श्रम विभाग की आधिकारिक वेबसाइट - आवेदन पोर्टल:
उत्तर प्रदेश विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन पोर्टल पर सीधा पहुंचने के लिए, आपको MSME (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम) विभाग की वेबसाइट पर जाना होगा, जो उपर्युक्त लिंक से उपलब्ध है।
अन्य संसाधन:
- आवेदन फॉर्म:
आवेदन के लिए आपको वेबसाइट पर पंजीकरण करना होगा और अपनी आवश्यक जानकारी भरकर आवेदन फॉर्म ऑनलाइन जमा करना होगा। - योजना से संबंधित हेल्पलाइन:
यदि आपको योजना के बारे में कोई जानकारी या सहायता चाहिए, तो आप संबंधित जिला उद्योग केंद्र (DIC) या MSME विभाग से संपर्क कर सकते हैं। - डॉक्यूमेंट अपलोड:
आवेदन के दौरान आपको अपने सभी आवश्यक दस्तावेज जैसे आधार कार्ड, निवास प्रमाण पत्र, बैंक विवरण, और अन्य आवश्यक प्रमाण पत्र अपलोड करने होंगे। - समर्थन और मार्गदर्शन:
अधिक जानकारी और समर्थन के लिए, आप अपने नजदीकी जिला उद्योग केंद्र या MSME कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं। यह जानकारी वेबसाइट पर उपलब्ध होगी।
इस योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया को सरल और उपयोगकर्ता के अनुकूल बनाया गया है, जिससे श्रमिक अपने घर से ही आवेदन कर सकते हैं।
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योजना के मुख्य लाभ
- स्वरोजगार को बढ़ावा: यह योजना कारीगरों को स्वरोजगार के लिए सक्षम बनाती है, जिससे उनकी आय में वृद्धि होती है।
- आधुनिक उपकरण: आधुनिक उपकरण मिलने से उनके उत्पादन में सुधार होता है और उन्हें बड़े बाजारों में प्रतिस्पर्धा करने का मौका मिलता है।
महत्वपूर्ण तिथियाँ और अधिसूचनाएँ
योजना की आधिकारिक शुरुआत और आवेदन की अंतिम तिथि राज्य सरकार द्वारा अधिसूचित की जाती है। आवेदकों को समय-समय पर वेबसाइट पर जाकर ताजा अपडेट्स चेक करने चाहिए।
योजना का प्रभाव और भविष्य की संभावनाएँ
विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना 2024 का उद्देश्य केवल कारीगरों की आर्थिक स्थिति को सुधारना ही नहीं है, बल्कि राज्य की अर्थव्यवस्था में भी सकारात्मक योगदान देना है। इससे रोजगार के नए अवसर खुलेंगे और पारंपरिक उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा।
सामान्यतः पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना 2024 और प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना से संबंधित सामान्यतः पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs):
1. पीएम विश्वकर्मा योजना 2024 की लास्ट डेट क्या है?
उत्तर:
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना 2024 की लास्ट डेट राज्य या केंद्र सरकार द्वारा तय की जाती है। हर राज्य में आवेदन की अंतिम तिथि अलग-अलग हो सकती है। नवीनतम तिथियों के लिए, सरकारी पोर्टल या आधिकारिक अधिसूचनाओं की जांच करें। आवेदन की अंतिम तिथि को विस्तार दिया जा सकता है, इसलिए समय-समय पर अपडेट देखें।
2. प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का लाभ कैसे लें?
उत्तर:
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का लाभ लेने के लिए, पात्र आवेदकों को योजना के लिए ऑनलाइन या ऑफलाइन आवेदन करना होगा। इसके लिए आवश्यक दस्तावेजों जैसे पहचान प्रमाण, निवास प्रमाण, बैंक खाते की जानकारी, और शिल्प कार्य प्रमाण पत्र के साथ आवेदन करना आवश्यक है। आवेदन प्रक्रिया के बाद, आपको तकनीकी प्रशिक्षण और टूलकिट दिए जाएंगे।
3. पीएम विश्वकर्मा योजना 15000 रुपये क्या है?
उत्तर:
पीएम विश्वकर्मा योजना के अंतर्गत, सरकार पारंपरिक कारीगरों को उनके कार्य को बेहतर करने और आत्मनिर्भर बनाने के लिए वित्तीय सहायता के रूप में 15,000 रुपये तक की सहायता प्रदान कर सकती है। यह राशि उन्हें उपकरणों की खरीद और उनके कार्य के लिए आवश्यक संसाधनों के लिए दी जाती है।
4. विश्वकर्मा योजना की अंतिम डेट कब तक है?
उत्तर:
विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना की अंतिम तिथि योजना की आवेदन प्रक्रिया के अनुसार अलग-अलग हो सकती है। अंतिम तिथि के बारे में जानकारी के लिए आप उत्तर प्रदेश MSME विभाग की वेबसाइट पर चेक कर सकते हैं या अपने नजदीकी जिला उद्योग केंद्र से संपर्क कर सकते हैं।
5. विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना का फॉर्म कैसे भरें?
उत्तर:
विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना का फॉर्म भरने के लिए निम्नलिखित प्रक्रिया अपनाएं:
- उत्तर प्रदेश MSME विभाग की वेबसाइट पर जाएं।
- वहां पर योजना के लिए पंजीकरण करें और लॉगिन करें।
- आवेदन फॉर्म में मांगी गई सभी जानकारी जैसे नाम, पता, व्यवसाय का विवरण, आदि भरें।
- आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें।
- सबमिट बटन पर क्लिक करें और आपका आवेदन जमा हो जाएगा।
6. विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना का मुख्य उद्देश्य क्या है?
उत्तर:
इस योजना का उद्देश्य पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को तकनीकी प्रशिक्षण और उपकरण प्रदान करना है, जिससे वे अपने काम को और बेहतर कर सकें और अपनी आय में वृद्धि कर सकें।
7. योजना के तहत कौन-कौन पात्र हैं?
उत्तर:
योजना के लिए आवेदक की उम्र कम से कम 18 वर्ष होनी चाहिए और वह उत्तर प्रदेश का स्थायी निवासी होना चाहिए। इसके साथ ही, आवेदक ने पिछले 2 वर्षों में किसी अन्य टूलकिट योजना का लाभ नहीं लिया होना चाहिए।
8. योजना के अंतर्गत कौन-कौन से व्यवसाय शामिल हैं?
उत्तर:
योजना में बढ़ई, लोहार, सुनार, नाई, दर्जी, कुम्हार, राजमिस्त्री, आदि पारंपरिक व्यवसायों को शामिल किया गया है।
9. इस योजना के अंतर्गत कितने दिनों का प्रशिक्षण दिया जाता है?
उत्तर:
योजना के अंतर्गत 6 दिनों का निःशुल्क प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है, जिसमें आधुनिक तकनीकों और उपकरणों के उपयोग के बारे में जानकारी दी जाती है।
10. टूलकिट में क्या-क्या शामिल होता है?
उत्तर:
टूलकिट में कारीगरों के व्यवसाय से संबंधित आवश्यक उपकरण शामिल होते हैं, जो उन्हें उनके कार्य को कुशलतापूर्वक करने में सहायता करते हैं। टूलकिट की सामग्री व्यवसाय के अनुसार अलग-अलग होती है।
11. योजना के तहत आवेदन के लिए कौन से दस्तावेज़ आवश्यक हैं?
उत्तर:
आधार कार्ड, निवास प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र, बैंक खाता विवरण, पासपोर्ट साइज फोटो, शिल्प कार्य का प्रमाण पत्र, और शपथ पत्र आवश्यक दस्तावेजों में शामिल हैं।
12. योजना का लाभ लेने के लिए क्या कोई शुल्क देना होगा?
उत्तर:
नहीं, यह योजना पूरी तरह से निःशुल्क है। आवेदकों को प्रशिक्षण और टूलकिट निःशुल्क प्रदान किए जाते हैं।
ये सामान्यतः पूछे जाने वाले प्रश्न योजना से संबंधित आवश्यक जानकारी प्रदान करते हैं।
निष्कर्ष
उत्तर प्रदेश विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना 2024 राज्य के पारंपरिक कारीगरों के लिए एक क्रांतिकारी पहल है। यह योजना न केवल उनके जीवन में सुधार लाएगी, बल्कि राज्य की आर्थिक प्रगति में भी अहम योगदान देगी।
आपके लिए